Tuesday 2 June 2020

अम्बेडकर संस्थान दांतारामगढ़ ने किया 305 यूनिट रक्तदान

दांतारामगढ़ (नवरत्न मंडुसिया)- डॉ. भीमराम अम्बेडकर सेवा संस्थान (रजि.) राजस्थान के तत्वाधान में रक्तदान का कार्यक्रम आयोजित हुवा, दांतारामगढ़ रक्तदान प्रभारी प्रहलाद बरवड़ व जिला रक्तदान प्रभारी नर्सिंग ऑफिसर मुकेश सिंघल ने बताया कि रक्तदान से बड़ा कोई दान नही है, रक्तदान जीवनदान है। हमारे द्वारा किया गया रक्तदान कई जिंदगियों को बचाता है। इस बात का अहसास हमें तब होता है जब हमारा कोई अपना खून के लिए जिंदगी और मौत के बीच जूझता है। उस वक्त हम नींद से जागते हैं और उसे बचाने के लिए खून के इंतजाम की जद्दोजहद करते हैं।अनायास दुर्घटना या बीमारी का शिकार हममें से कोई भी हो सकता है। ब्लड यानी खून एक ऐसी चीज है जिसे बनाया ही नहीं जा सकता। इसकी आपूर्ति का कोई और विकल्प भी नहीं है। यह इंसान के शरीर में स्वयं ही बनता है। कई बार मरीजों के शरीर में खून की मात्रा इतनी कम हो जाती है कि उन्हें किसी और व्यक्ति से ब्लड लेने की आवश्यकता पड़ जाती है। ऐसी ही इमरजेंसी स्थिति में खून की आपूर्ति के लिए लोगों को रक्तदान के लिए जागरूक करके, अनगिनत जरूरतमंदों की जिंदगी बचाने के उद्देश्य से हर साल 14 जून को पूरे विश्व में 'रक्तदाता दिवस' मनाया जाता है।आज हम सभी शिक्षि‍त व सभ्य समाज के नागरिक है, जो केवल अपनी नहीं बल्कि दूसरों की भलाई के लिए भी सोचते हैं तो क्यों नहीं हम रक्तदान के पुनीत कार्य में अपना सहयोग प्रदान करें और लोगों को जीवनदान दें। तथा कोरोना महामारी के चलते संस्थान ने कोरोना योद्धाओ के सम्मान में रक्तदान का कार्यक्रम रखा गया, ओर इस अवसर में 305 यूनिट रक्तदान किया गया,  सभी युवाओं ने बढ़ चढ़कर रक्तदान किया, ओर यह कार्यक्रम नोबल सीनियर स्कूल दांतारामगढ़ में आयोजित किया गया ,इस कार्यकम में संस्थान के अध्यक्ष एडवोकेट जितेंद्र डाणियां, सचिव धर्मेन्द्र विद्यार्थी , भारतीय मेघवाल युवासंघ सीकर जिलाध्यक्ष ईश्वर मंडुसिया, महिला विंग अध्यक्ष साहिबा गोदावरी मीणा, संस्थान के यूथ अध्यक्ष नवदीप सिंह जाटोलिया, संस्थान के नागौर जिलाध्यक्ष बंशी लाल पिपरालिया, भंवर लाल आर्य डोडिया, नाथू लाल वर्मा देवली, देवा राम पिपरालिया,संस्थान के उपाध्यक्ष महिपाल मीणा, डाल चन्द खटीक, सुभाष मोहनपुरिया सुरेरा आदि उपस्थित थे,

सुरेरा में ईद का त्यौहार मनाया गया

सुरेरा में ईद त्यौहार पर युवाओं में उत्साह सुरेरा: ||नवरत्न मंडूसीया की कलम से|| राजस्थान शांति और सौहार्द और प्यार और प्रेम और सामाजिक समरस...