नवरत्न मन्डुसिया की कलम से - आज हम बात करेंगे राजस्थान प्रांत के सीकर जिलें के दांतारामगढ़ तहसील से 10 किलोमीटर दूर सुरेरा गांव के बारें में , वेसे तो सुरेरा गांव में ज्यादातर समुदाय निवास करते है लेकिन आज हम बात करेंगे , सुरेरा के जाट समुदाय के बारें में , सुरेरा में जाट समुदाय का अच्छा ख़ासा वर्चस्व है और अच्छे खासे जाट समुदाय के लोग सरकारी जॉब में भी है अच्छे अच्छे पदों पर भी है , सुरेरा में जाट समुदाय की बात करें तो मिलनुसार है और अठारह गौत्र के जाट समुदाय के लोग निवास करते है , वेसे मेने एनालिसिस किया है उसके हिसाब से 18 गौत्र के जाट समुदाय सुरेरा ग्राम पंचायत में निवास करते है , जो की निम्नलिखित है जाट समुदाय सुरेरा में गौत्र लिस्ट 1.कुड़ी 2.राड़ 3.लौरा 4.गुल्या 5.बोचलिया 6.भुखर 7.रुलानिया 8.कटारिया 9.जाखड़ 10. धायल 11.कारगवाल 12.नेहरा 13.फील्डोलिया 14.डूडी 15.बाजिया 16.भाखर 17.बुलडक (बुरडक) 18.भंवरीया ये 18 गौत्र है ,गोत्र से व्यक्ति की पहचान की जाती है की वह किस वर्ग का है गोत्र प्रथा बहुत प्राचीन समय से चलती आ रही है जब भी किसी की शादी की जाती है तो उस समय चार गोत्रों में शादी नहीं की जाती जो निम्न है माँ की गोत्र, पिता की गोत्र (स्वयं), नानी की गोत्र, दादी की गोत्र,आदि गौत्र शादी के समय टाला जाता है , सुरेरा में वर्तमान समय में देश आजाद होने के बाद पहली बार सरपंच जाट समुदाय से बना है वर्तमान में सरपंच भगवती देवी बुल्डक है जो की अच्छी सरपंच है एवंम सरपंच प्रतिनिधि श्रवण कुमार , सांवर मल बुल्डक है , सुरेरा में जाट समुदाय द्वारा निर्मित भव्य वीर तेजा जी का मंदिर है , एवं आपसी भाईचारे की भांति रहतें है , दोस्तों बहुत जल्द जाट समुदाय का इतिहास मेरे द्वारा लिखा हुआ आ रहा है , पुस्तक का नाम जाटलिज्म हिस्ट्री सुरेरा , इस बुक को आप ऑनलाइन भी खरीद सकते है
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