Friday 8 March 2019

नवरत्न मंडुसिया की कलम से समाज मे शिक्षा के क्षेत्र में शिक्षक की भूमिका

नवरत्न मंडुसिया!!में नवरत्न मंडुसिया आज एक अध्यापक एक टीचर एक शिक्षक के बारे में बताने जा रहा हु दोस्तों आज के जमाने मे शिक्षको का नाम असामाजिक तत्वों ने नाम खराब कर रखा है लेकिन उन समाज के असामाजिक तत्वों को हमे समाज से बहिष्कृत करके समाज मे अच्छे शिक्षक का निर्माण करना है दोस्तो शिक्षक का मतलब होता है अच्छी शिक्षा देना समाज का अच्छा निर्माण करना बड़ो का समान करना परिवार की एकजुटता की शिक्षा देना भारत सरकार ने भी कई कार्यक्रम चला रखी है कि शिक्षा का अधिकार सभी को मिले हमे शिक्षा का अधिकार का फायदा उठा कर हमें फायदा लेना चाहिए शिक्षक शब्द अंग्रेजी भाषा के शब्द टीचर का हिंदी अनुवाद जैसा प्रतीत होता है। यानि एक ऐसा इंसान जो शिक्षण का कार्य करता है। सीखने-सिखाने की प्रक्रिया को सहजता और विशेषज्ञता के साथ करता है। ओर अच्छी शिक्षा दे सके भारत में शिक्षक के लिए गुरू शब्द का प्रयोग प्राचीनकाल से होता आया है, गुरू का शाब्दिक अर्थ होता है संपूर्ण यानि जो हमें जीवन की संपूर्णता को हासिल करने की दिशा में बढ़ने के लिए हमारा पथ आलोकित करता है। 21वीं सदी में शिक्षा अनेकानेक बदलाव के दौर से गुजर रही है, पर मानवीय संपर्क और दो-तरफा संवाद की भूमिका समय के साथ और भी ज्यादा प्रासंगिक होकर हमारे सामने आ रही है। ओर गुरु वही होता है जो अच्छी शिक्षा भेंट करे गुरु कोई भी हो सकता है यानी जो अच्छी शिक्षा दे वही गुरु होता है इसलिए जीवन मे एक गुरु बनाना भी जरूरी होता है आइये में नवरत्न मंडुसिया सुरेरा आपको विस्तार से अवगत कराता हु की शिक्षक क्या होता है गुरू की रूपरेखा क्या होती है
शिक्षक की भूमिका है महत्वपूर्ण:- वर्तमान समय गाइडलाइन जरूरी है वह छोटी से गाइडलाइन मनुष्य के जीवन को इतना उकेर देती है की वह अपने जीवन की अनमोल जिंदगी को साकार कर देती है भले ही पश्चिमी देशों में पर्सनलाइज्ड लर्निंग जैसे संप्रत्यय लोकप्रियता पा रहे हैं और आर्टिफीशियल इंटलीजेंस पर लोगों का भरोसा बढ़ता जा रहा है, मगर वैज्ञानिक इस बारे में चेतावनी भी जारी कर रहे हैं कि ऐसी तकनीक इंसानों के लिए एक दिन जानलेवा साबित हो सकती है। क्यो की जितनी गुरु की वाणी सबसे इमोर्टेन्ट होती है उतनी टेक्निकल चीजे इमोर्टेन्ट नही होती है क्यो की टेक्निकल चीजो को सोचने समझने की समझ नही होती है इसलिए शिक्षा में शिक्षकों का ही इमोर्टेन्ट लिंक होता है 
बच्चों का पहला ‘रोल मॉडल’ होता है शिक्षक :- अभी हाल ही में एक अभिभावक ने अपने छोटे बच्चों के लिए स्कूल का चुनाव करने का अनुभव सुनाते हुए कहा कि परिवार के बाहर बच्चों का पहला ‘रोल मॉडल’ शिक्षक ही होता है। एक बच्चा बहुत से लोगों को अपने शिक्षक की बात मानता हुआ, उनके इशारे पर किसी काम को करते हुए और नेतृत्व करते हुए देखता है तो भीतर ही भीतर प्रभावित हुए बिना नहीं रह पाता है। ऐसे में जरूरी है कि उसके शिक्षक योग्य हों और अपने काम को पूरी विशेषज्ञता, तन्मयता और प्रभावशीलता के साथ करें। वही बालक उसी शिक्षक की भांति आगे बढ़ने की होड़ में आगे बढ़ता है और आगे बढ़कर ही अपने लक्ष्य की प्राप्ति करता है इसके साथ ही बच्चे को वह स्नेह और आश्वासन दें जो उसे भविष्य के लिए जिम्मेदारी लेने वाला, अपनी ग़लती स्वीकार करने वाला और अपनी ग़लतियों के सीखकर आगे बढ़ने वाला इंसान बनाएं ताकि वह जीवन में प्रगति पथ पर निरंतर आगे बढ़ता हुआ अपनी संभावनाओं को शिखर को छू सके और एक स्वपन को साकार कर सके जिसे इंसान की सर्वश्रेष्ठ संभावनाओं को वास्तविकता में बदलना कहते हैं। यह हुनर ही एक शिक्षक को ख़ास बनाता है कि वह संभावनाओं को सच्चाई में तब्दील करने का हुनर जानता है, वह अपने छात्र-छात्राओं को बच्चों जैसा नेह देता हे और चुनौतियों से जूझने और खुद से बाहर आने का संघर्ष करने की स्वायत्तता और स्वतंत्रता भी।
शिक्षक मात्र वेतनभोगी कर्मचारी नहीं है :- यानि शिक्षक की भूमिका एक ऐसे कोच की भांति है जो ओलंपिक जैसे किसी कड़ी प्रतिस्पर्धा वाले खेल के लिए अपने बच्चों को तैयार करता है। मगर यह भी जानता है कि इस खेल में हर किसी को एक ही मंज़िल पर नहीं जाना है। इनमें से बहुत से हैं जो अच्छे दर्शक बनेंगे। इनमें वे भी हैं जो लेखक बनेंगे। इनमें वे बच्चे भी हैं जो संगीत की दुनिया में अपना नाम रौशन करेंगे। इनमें वे बच्चे भी हैं जो शिक्षक बनकर बाकी बच्चों के सपनों को साकार करने की भूमिका स्वीकार करेंगे। यानि एक शिक्षक संभावनाओं के द्वार के पार जाने वाले इंसानों को निर्माण की भूमिका में सदैव समर्पण के साथ लगा रहता है, वह मात्र वेतनभोगी नहीं होता। एक शिक्षक केवल पुरस्कार और पद का आकांक्षी नहीं होता, वह सच्चे अर्थों में एक विज़नरी होता है और भविष्य की दिशा तय करने व उसके बदलाव में अपनी भूमिका को सहज ही पहचान लेता है। भले कितनी ही मुश्किलें आएं, मगर वह इस रास्ते से कभी विमुख नहीं होता है। क्योंकि उसका काम अंधेरे के खिलाफ लड़ने वाली पीढ़ी को भविष्य की अबूझ चुनौतियों के लिए तैयार करना है, जिन चुनौतियों के बारे में वह सिर्फ अनुमान भर लगा सकता है। क्योंकि वे भविष्य के गर्त में हैं, इसलिए वह अपने छात्र-छात्राओं की क्षमता पर भरोसा करता है और उन्हें अपने जीवन में संघर्ष करने और अपने सपनों को जीने व उनका उनका पीछा करने के लिए सदैव प्रोत्साहित करता रहता है :- नवरत्न मंडुसिया सुरेरा 

Sunday 14 October 2018

डॉ सुनील कुमार बोकोलिया एक ऐसी शख्सियत हैं जो सरकारी अधिकारी होते हुए भी समाज सेवा के कार्यों में सदेव संलग्न रहते हैं :- डॉ.विदुषी शर्मा


मण्डुसिया न्यूज़ पोर्टल ¦¦¦ किसी भी व्यक्ति के "शख्स से शख्शियत" बनने की यात्रा है कोई भी  अवॉर्ड , पुरस्कार या  सम्मान, और जब उसे कोई विशिष्ट पद या सम्मान ,देश के प्रतिष्ठित व्यक्तियों द्वारा किसी विशिष्ट कार्यक्रम में प्रदान किया जाता है तो इस सम्मान में चार चांद लग जाते हैं।  यह उन्हीं व्यक्तियों को मिलता है जो साधारण से असाधारण बनने की शक्ति, जज्बा, जुनून,  प्रतिभा और हौसला रखते हैं। डॉ सुनील कुमार बोकोलिया एक ऐसी शख्सियत हैं जो सरकारी अधिकारी होते हुए भी समाज सेवा के कार्यों में सदेव संलग्न रहते हैं । ये देश की प्रख्यात समाज सेविका एवं वर्तमान में पुदुचेरी की उप राज्यपाल डॉ किरण बेदी जी के साथ तथा कई अन्य गणमान्य अधिकारियों के साथ लंबे समय तक समाज सेवा के कार्यों में सलंग्न रहे है एवं इसी के साथ इन्हें  भारत सरकार से  63 प्रशंसा पत्र प्रथम श्रेणी में प्राप्त हुए हैं। यह देश के लिए 15 अगस्त और 26 जनवरी की परेड में माननीय प्रधानमंत्री जी के लिए सुरक्षा अरेंजमेंट में भी तैनात हुए हैं। बहुमुखी प्रतिभा के धनी डॉ सुनील कुमार जी एक न्यूरो लिंग्विस्टिक प्रोग्राम, माइंड पावर एक्यूप्रेशर थेरेपी, रेकी, ज्योतिष, अंक ज्योतिष, हस्तरेखा विशेषज्ञ और ऐसी अनेक 84 प्रोग्राम ट्रेनिंग भी ली हुई है। संक्षेप में यदि इनके बारे में यह भी कहा जाए कि ये  क्या नहीं  करते हैं, तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी। इन्हें 67  राष्ट्रीय में 54 अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुके हैं जिसमें देश के प्रतिष्ठित पुरस्कार भी शामिल है ।यह समाज सेवा के लिए बच्चों की कई बीमारियों के इलाज भी करते हैं तथा हर महीने में 1 दिन गरीब महिलाओं के लिए निशुल्क कपड़े तथा सिलाई के कैंप भी लगाते हैं । इन्होंने हाल में दिल्ली में  जब ढाई सौ झुग्गियां जलकर राख हो गई थी तो वहां इन की टीम ने कई दिनों तक वहां  खाना खिलाया और कपड़े तथा राशन भी बांटा । ये हम सबके लिए एक प्रेरणा स्रोत हैं जो देश की रक्षा का कार्यभार संभालते हुए समाज सेवा का कार्य भी कर रहे हैं। ऐसे समाजसेवी, देश प्रेमी, देश भक्ति का जज्बा लिए हुए  वीर सिपाहियों को हम सादर नमन करते हैं। यह हमारे देश की शान हैं एवं इन्हीं के साथ हम सुरक्षित एवं संरक्षित हैं। डॉ सुनील बाकोलिया जी की शख्शियत  एवं इनकी उपलब्धियों को कुछ शब्दों में समेट पाना सरल नहीं है। आपको बहुत-बहुत बधाई और शुभकामनाएं डॉ सुनील जी को"मंथन ब्रेवरी अवार्ड" प्रदान करते हुए हम गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। हम इनके उज्जवल एवम मंगल भविष्य की कामना करते हैं। :- डॉ विदुषी  शर्मा की कलम से..












Sunday 5 August 2018

अपने तो अपने होते है यही फ़्रेंडशिप डे है :- नवरत्न मंडुसिया

नवरत्न मंडुसिया की कलम से :-अपनो के अलावा कोई नही होता यही दोस्ती है अपने पर प्यार और विश्वास रखे वही सच्ची दोस्ती है हमेशा हर दुःख और सुख में केवल अपने ही काम आते है इसलिए सबसे पहले अपने ही दोस्त होते है ये प्यार व्यार में में विश्वास नही करता में जान जानू में विश्वास नही करता में लवर में विश्वास नही करता दोस्त होता ह तो वही होता हो जो हर दुःख सुख को समझ सके इसलिए अपनो से जुड़ाव रखे अपनो से प्यार करे वही सच्ची मित्रता है ये फ्रेंडशिप डे तभी काम आएगा जब हम एक दूसरे में विश्वास रखेंगे मेरी ये लाइने  पसन्द आये तो मुझे कमेंट में आपके लब्ज लिखे लेखक नवरत्न मंडुसिया

Wednesday 25 July 2018

सूचना का अधिकार 2005 का उपयोग करे

*_RTI_ लगाने का तरीका* नवरत्न मंडुसिया की रिपोर्ट

👉🏿RTI मलतब है सूचना का अधिकार - ये कानून हमारे देश में 2005 में लागू हुआ।जिसका उपयोग करके आप सरकार और
किसी भी विभाग से सूचना मांग सकते है। आमतौर पर लोगो को इतना ही पता होता है।परंतु आज मैं आप को इस के बारे में कुछ और रोचक जानकारी देता हूँ -

👉🏿RTI से आप सरकार से कोई भी सवाल पूछकर सूचना ले सकते है।
👉🏿RTI से आप सरकार के किसी भी दस्तावेज़ की जांच कर सकते है।
👉🏿RTI  से आप दस्तावेज़ की प्रमाणित कापी ले सकते है।
👉🏿RTI से आप सरकारी कामकाज में इस्तेमाल सामग्री का नमूना ले सकते है।
👉🏿RTI से आप किसी भी कामकाज का निरीक्षण कर सकते हैं।
👉🏿RTI में कौन- कौन सी धारा हमारे काम की है।

👉🏿धारा 6 (1) - RTI का आवेदन लिखने का धारा है।
👉🏿धारा 6 (3) - अगर आपका आवेदन गलत विभाग में चला गया है। तो वह विभाग
इस को 6 (3) धारा के अंतर्गत सही विभाग मे 5 दिन के अंदर भेज देगा।
👉🏿धारा 7(5) - इस धारा के अनुसार BPL कार्ड वालों को कोई आरटीआई शुल्क नही देना होता।
👉🏿धारा 7 (6) - इस धारा के अनुसार अगर आरटीआई का जवाब 30 दिन में नहीं आता है
तो सूचना निशुल्क में दी जाएगी।
👉🏿धारा 18 - अगर कोई अधिकारी जवाब नही देता तो उसकी शिकायत सूचना अधिकारी को दी जाए।
👉🏿धारा 8 - इस के अनुसार वो सूचना RTI में नहीं दी जाएगी जो देश की अखंडता और सुरक्षा के लिए खतरा हो या विभाग की आंतरिक जांच को प्रभावित करती हो।
👉🏿धारा 19 (1) - अगर आप
की RTI का जवाब 30 दिन में नहीं आता है।तो इस
धारा के अनुसार आप प्रथम अपील अधिकारी को प्रथम अपील कर सकते हो।
👉🏿धारा 19 (3) - अगर आपकी प्रथम अपील का भी जवाब नही आता है तो आप इस धारा की मदद से 90 दिन के अंदर दूसरी
अपील अधिकारी को अपील कर सकते हो।

👉🏿RTIकैसे लिखे?

इसके लिए आप एक सादा पेपर लें और उसमे 1 इंच की कोने से जगह छोड़े और नीचे दिए गए प्रारूप में अपने RTI लिख लें
...................................

सूचना का अधिकार 2005 की धारा 6(1) और 6(3) के अंतर्गत आवेदन।

सेवा में,

अधिकारी का पद / जनसूचना अधिकारी
विभाग का नाम.............

विषय - RTI Act 2005 के अंतर्गत .................. से संबधित सूचनाऐं।

अपने सवाल यहाँ लिखें।

1-..............................
2-...............................
3-..............................
4-..............................
5-..............................
6-.............................

मैं आवेदन फीस के रूप में 10रू का पोस्टलऑर्डर ........ संख्या अलग से जमा कर रहा /रही हूं।
या
मैं बी.पी.एल. कार्डधारी हूं। इसलिए सभी देय शुल्कों से मुक्त हूं। मेरा बी.पी.एल.कार्ड नं..............है।
यदि मांगी गई सूचना आपके विभाग/कार्यालय से सम्बंधित
नहीं हो तो सूचना का अधिकार अधिनियम,2005 की धारा 6 (3) का संज्ञान लेते हुए मेरा आवेदन सम्बंधित लोकसूचना अधिकारी को पांच दिनों के
समयावधि के अन्तर्गत हस्तान्तरित करें। साथ ही अधिनियम के प्रावधानों के तहत
सूचना उपलब्ध् कराते समय प्रथम अपील अधिकारी का नाम व पता अवश्य बतायें।

भवदीय

नाम:....................
पता:.....................        
फोन नं:..................

हस्ताक्षर...................

ये सब लिखने के बाद अपने हस्ताक्षर कर दें।
👉🏿अब मित्रो केंद्र से सूचना मांगने के लिए आप 10 रु देते है और एक पेपर की कॉपी मांगने के 2 रु देते है।
👉🏿हर राज्य का RTI शुल्क अगल अलग है जिस का पता आप कर सकते हैं।
👉🏿जनजागृति के लिए जनहित में शेयर करे।
👉🏿RTI का सदउपयोग करें और भ्रष्टाचारियों की सच्चाई /पोल दुनिया के सामने लाईये

नवरत्न मंडुसिया की रिपोर्ट 


Saturday 16 June 2018

राजस्थान सरकार की शुभशक्ति योजना



 

शुभशक्ति योजना के बारे में मंडुसिया रिपोर्ट

हितलाभहिताधिकारियों की वयस्क व अविवाहिता पुत्री को तथा महिला हिताधिकारी को 55,000 रूपये प्रोत्साहन/सहायता राशि देय होगी। प्रोत्साहन राशि का उपयोग महिला हिताधिकारी/पुत्री के विवेक के अनुसार आगे शिक्षा या व्यावसायिक प्रशिक्षण प्राप्त करने, स्वयं का व्यवसाय प्रारम्भ करने, कौशल विकास प्रशिक्षण प्राप्त करने आदि में तथा स्वयं के विवाह हेतु उपयोग में लिया जाएगा
पात्रता एवं शर्ते.1 लड़की के पिता या माता अथवा दोनों, कम से कम एक वर्ष से मण्डल में पंजीकृत हिताधिकारी/निर्माण श्रमिक हों;
.2 अधिकतम् दो पुत्रियों अथवा महिला हिताधिकारी को और उसकी एक पुत्री को प्रोत्साहन राशि देय होगी;
.3 महिला हिताधिकारी अविवाहिता हो अथवा हिताधिकारी की पुत्री की आयु न्यूनतम् 18 वर्ष पूर्ण हो गई हो तथा वह अविवाहिता हो;
.4 हिताधिकारी की पुत्री/महिला हिताधिकारी कम से कम 8वीं कक्षा उत्तीर्ण हो;
.5 हिताधिकारी की पुत्री/महिला हिताधिकारी के नाम से बचत बैंक खाता हो;
.6 हिताधिकारी का स्वयं का आवास होने की स्थिति में, आवास में शौचालय हो;
.7 आवेदन की तिथि से पूर्व के एक वर्ष की अवधि में हिताधिकारी कम से कम 90 दिन निर्माण श्रमिक के रूप में कार्यरत रहा हो;
.8 प्रोत्साहन राशि हिताधिकारी के निर्माण श्रमिक होने के भौतिक सत्यापन की शर्त पर ही देय होगी। निर्माण श्रमिक होने का सत्यापन तहसीलदार, विकास अधिकारी, सहायक व उच्च अभियन्ता, सरकारी माध्यमिक विद्यालय का प्रधानाध्यापक अथवा अन्य राजपत्रित अधिकारी द्वारा किया जा सकेगा;
.9 प्रोत्साहन राशि का उपयोग महिला हिताधिकारी/पुत्री के विवेक के अनुसार आगे शिक्षा या व्यावसायिक प्रशिक्षण प्राप्त करने, स्वयं का व्यवसाय प्रारम्भ करने, कौशल विकास प्रशिक्षण प्राप्त करने आदि में तथा स्वयं के विवाह हेतु उपयोग में लिया जाएगा (स्वयं का व्यवसाय प्रारम्भ करने या कौशल विकास करने या व्यावसायिक शिक्षा प्राप्त करने के लिए लड़की को उचित परामर्श प्रदान किया जाएगा);
.10 योजना का हितलाभ प्राप्त करने के लिए हिताधिकारी द्वारा निर्धारित प्रपत्र में आवेदन, पंजीकृत हिताधिकारी के रूप में एक वर्ष पूरा होने के पश्चात्, प्रस्तुत किया जाएगा। परन्तु यह आवश्यक होगा कि योजना का आवेदन प्रस्तुत करने के समय हिताधिकारी का परिचय-पत्र वैध/एक्टिव हो;
आवेदन की समय सीमाआवेदन पत्र हिताधिकारी द्वारा पंजीयन की तिथि से एक वर्ष की अवधि पूरी होने के पश्चात् तथा अविवाहिता पुत्री की आयु 18 वर्ष पूर्ण होने की तिथि से 6 माह की अवधि में अथवा योजना लागू होने की तिथि से 6 माह की अवधि में, जो भी लागू हो हो, अथवा लड़की की शादी होने से पूर्व प्रस्तुत किया जा सकेगा।
आवेदन के साथ लगाये जाने वाले दस्तावेज.1 हिताधिकारी की पुत्री,के बैंक खाते की पासबुक के प्रथम पृष्ठ (जिसमें हिताधिकारी का नाम, बैंक खाता संख्या व आईएफएससी कोड अंकित हो) की प्रति।
.2 हिताधिकारी की पुत्री की आयु 18 वर्ष पूरी होने के प्रमाण पत्र की प्रति।
.3 महिला हिताधिकारी अथवा हिताधिकारी की पुत्री के कक्षा 8 उत्तीर्ण करने की अंक तालिका, जो राजकीय अथवा राज्य सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त निजी विद्यालय द्वारा जारी की गई हो, की प्रति।
.4 हिताधिकारी पंजीयन परिचय पत्र या कार्ड की प्रति
.5 भामशाह परिवार कार्ड या भामाषाह नामांकन की प्रति
.6 आधार कार्ड की प्रति
.7 बैंक खाता पासबुक के पहले पृष्ठ की प्रति

Friday 1 June 2018

श्रीमाधोपुर मे हुआ भीम पाठशाला का शुभारंभ

मंडुसिया न्यूज़ ! सीकर ! श्रीमाधोपुर तहसील मे भीम आर्मी सीकर के तत्वावधान मे भीम पाठशाला का शुभारंभ भीम आर्मी सीकर के जिलाध्यक्ष श्यामलाल मेघवाल ने किया मेघवाल ने बाबा साहेब संघर्ष भरे जीवन के बारे मे बच्चों को अवगत करवाया ओर जल्द ही बहुजन महापुरुषों की पुस्तकें उपलब्ध करवाने को कहा ताकि बच्चों को पढ़ाई के साथ साथ बहुजन महापुरुषों का भी ज्ञान हो सके और रोज एक घण्टे की क्लाश लगेगी विनोद ढोसीवाल PTI जी ने बाबा साहब के संघषों के बारे में ओर जो बच्चे खेलने के इच्छुक है उनके लिए खेलने की व्यवस्था करवाने के लिए कहा व ज्योतिभा फुले सावित्रीबाई फुले आदि महापुरुषों के बारे मे अवगत करवाया ओर इसी क्रम में मुकेश जिलोवा जी ने  भी ये कहा समय समय पर भीम पाठशाला को सहयोग करता रहूगा। मनीष बर्रा जी ने  कहा मैं हर रविवार को एक घण्टे बच्चो की शिक्षा के लिए समय निकाल कर पढ़ाऊंगा। इस अवसर पर धर्मेन्द्र सिंह बबेरवाल प्रदेश सोशल मीडिया प्रभारी भीम आर्मी भारत एकता मिशन राजस्थान, भीम आर्मी श्रीमाधोपुर तहसील उपाध्यक्ष रमेश कुमार ढेणवाल, भीम आर्मी श्रीमाधोपुर तहसील मीडिया प्रभारी अनिल ढेनवाल,आशीष बर्रा उपाध्यक्ष डॉ. अम्बेडकर जन जागृति संस्थान श्रीमाधोपुर, कोषाध्यक्ष  देवराज डॉ. अम्बेडकर जन जागृति संस्थान श्रीमाधोपुर, भागचन्द ढोसीवाल, गौतम ढोसीवाल,अनिल महरड़ा,सुरेश शार्दूल, मोहित, आशिष मीणा,सुरेन्द्र बबेरवाल,संजय माहिच सभी सामाजिक संगठन के कार्यकर्ता व सदस्यगण मोजुद थे।



Wednesday 30 May 2018

विश्व पर्यावरण दिवसः पर लगाएंगे पौधे :- मंगल चन्द रुण्डल

मंडुसिया न्यूज़ !जयपुर ! आओ मिलकर पेड़ लगाएं, देश को हरा भरा बनाएंआप सभी को बड़े हर्ष के साथ सूचित व आमन्त्रित किया जाता है की ग्राम रुण्डल व मानपुरा माचैड़ी के युवा साथियो के तत्वाधान में 5 जून विश्व पर्यावरण दिवस बड़ी धूमधाम से दोनों गाँवो में पेड़ पौधे लगाकर मनाया जा रहा है जिसमे एक छोटा सा कार्यक्रम भी रखा जायेगा। जिसमे सभी सभी बुजुर्ग, युवा साथी, नारी शक्ति, व बच्चे  भी कार्यक्रम में पधार कर कार्यक्रम की शोभा बढ़ावे व युवा साथियों का मनोबल बढ़ावे।कार्यक्रम स्थल- राजकीय आदर्श चिकित्सालय मानपुरा- माचैड़ी के पास समय- प्रातः  07:30 बजे 05-06-2018, मंगलवार निवेदक- रुण्डल व मानपुरा माचैड़ी के समस्त युवा साथी व समस्त ग्रामवासी
रिपोर्ट :- मंगल चन्द रुण्डल

सुरेरा में ईद का त्यौहार मनाया गया

सुरेरा में ईद त्यौहार पर युवाओं में उत्साह सुरेरा: ||नवरत्न मंडूसीया की कलम से|| राजस्थान शांति और सौहार्द और प्यार और प्रेम और सामाजिक समरस...