Saturday, 9 July 2022

सुरेरा में ईद का त्यौहार मनाया गया

सुरेरा में ईद त्यौहार पर युवाओं में उत्साह
सुरेरा: ||नवरत्न मंडूसीया की कलम से|| राजस्थान शांति और सौहार्द और प्यार और प्रेम और सामाजिक समरसता का प्रतीक माना जाता है आज सुरेरा में शांति पूर्वक आपसी प्रेम ईद का त्यौहार मनाया गया , आपस में गले मिलकर ईद की एक दूसरे को गले मिलकर शुभकामनाएं एवम बधाईया प्रेसित की , आपको बता दे , इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार इस साल ईद उल-अज़हा का त्योहार भारत में 10 जुलाई, यानी कि रविवार को मनाया गया . इस दिन को बकरीद के रूप में मनाया जाता है. दुनिया भर के मुसलमानों द्वारा पैगंबर इब्राहिम के बलिदान को याद करते हुए इस दिन बकरे की कुरबानी देते हैं. और एक दूसरे को मुबारकबाद देते है , दोस्तो आपको बता दे  ईद का पर्व दुनिया भर में मनाया जाने वाला प्रसिद्ध त्योहार है इस त्यौहार को मुस्लिम समाज के पवित्र त्योहारों में गिना जाता है हर वर्ष ईद का त्यौहार दो बार मनाया जाता है पहला ईद उल फितर के नाम से और दूसरा ईद उल अजहा के नाम से मनाया जाता है यह मुसलमानों का पवित्र त्यौहार है बकरीद रमजान खत्म होने के 70 दिनों के बाद मनाई जाती है। मुस्लिम समाज के लोग लगातार एक माह तक रोजा रखते हैं उसमें वह पूरे दिन कुछ खाते हैं ना कुछ पीते हैं रमजान का पावन महीना खत्म होने के अगले दिन ईद का त्यौहार मनाया जाता है और लोग इसमें नए कपड़े पहनकर ईद की नमाज अदा कर के आपस में गले मिलकर और एक दूसरे को मिठाई खिलाकर इस त्यौहार को बड़े ही धूमधाम से मनाते हैं। यह त्यौहार रमजान के अंत और शव्वाल के पहले दिन मनाया जाता है जिसमें आपसी प्रेम व भाईचारे को बढ़ाने के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है इस अवसर पर सुरेरा के मौलाना इजहार आलम एवम समस्त मुस्लिम समाज ने समस्त देशवासियों को ईद की बधाई देते हुए कहा कि ईद का पर्व आपसी सद्भाव का पर्व है यह पर्व हमें एकता आपसी भाईचारा और मोहब्बत का संदेश देता है। उन्होंने कहा कि खुशियां बांटने से ही खुशियां बढ़ती हैं ईद का पर्व देश एवं प्रदेश में भाईचारा और शांति को अधिक मजबूती प्रदान करता है इस पर्व पर हमें सद्भाव और सामाजिक सौहार्द को और सुदृढ़ करने का संकल्प लेना चाहिए जिससे देश में सुख और शांति को बढ़ावा दिया जा सके। इस अवसर पर राजस्थान सरकार ने खास बंदोबस्त किया और सुरेरा में स्पेशियल दांतारामगढ़ पुलिस टीम पुलिस के जाने माने ईमानदार पुलिस कांस्टेबल एवम बिट अधिकारी नरेश कुमार वर्मा को लगाया गया , बिट अधिकारी नरेश कुमार वर्मा ने सभी मुस्लिम भाइयों को ईद की शुभकामनाए एवम बधाईया दी , इस अवसर पर राष्ट्रीय मानवाधिकार एंड एंटी करप्शन मिशन राजस्थान के प्रदेश सचिव ईश्वर चंद मंडूसिया ने मुस्लिम समाज के सभी लोगो को मुबारकबाद बधाई एवम शुभकामनाऐ दी, ईश्वर चंद मंडूसिया ने बताया कि सुरेरा में शांति पूर्वक ईद का त्यौहार मनाया गया इस अवसर में मुस्लिम समाज के सभी युवा बड़े बुजर्ग एवम बच्चे शामिल थे , एवम इस अवसर पर मौलाना इजहार आलम, ईश्वर चंद मंडूसिया, रामगढ़ बिट अधिकारी नरेश वर्मा हुसैन मनियार, नाथू खा साई, सिकंदर खान, इस्लामुद्दिन शाह, आरिफ खान , सद्दीक मनियार, शाहरूख मनियार , मुज्जिफ मनियार, हनीफ खान , सद्दाम हुसैन, कबीर खान , असलम खान आशिक खान, मोहम्मद अजहरुद्दीन, मुनीर खान, इकबाल मोहमद्द  आदि उपस्थित थे,

Tuesday, 7 June 2022

राजस्थान युवा बोर्ड अध्यक्ष (राज्यमंत्री) लांबा जी द्वारा पोस्टर विमोचन

 ग्राम करणीपुरा (दांतारामगढ़) में भारत रत्न संविधान निर्माता डॉ बी आर अंबेडकर की प्रतिमा लगायी जायेगी।  जिसका  भव्य विशाल,अनावरण कार्यक्रम  18 जून 2022 शनिवार को आयोजित होगा।  जिसका  पोस्टर विमोचन राजस्थान सरकार में राज्य मंत्री युवा बोर्ड के अध्यक्ष सीताराम जी लांबा द्वारा किया गया, ओर सभी प्रदेशवासियों से अपील की इस भव्य कार्यक्रम में पधार कर कार्यक्रम को सफल बनाएं..इस अवसर पर जितेंद्र जाटोलिया,नवदीप सिंह जाटोलिया,बीएल चक, जितेंद्र जाटोलिया,धनराज जाटोलिया,अशोक जाटोलिया,रजनीश जाटोलिया,रोहित जाटोलिया, मोहित जाटोलिया,कमलेश मीणा, दीपक कुमावत, एवम् ग्राम के वरिष्ठजन व युवा उपस्थित रहे ..

Sunday, 15 May 2022

सुरेरा में जाट समुदाय के 18 गौत्र के जाट समुदाय के लोग रहतें है

 नवरत्न मन्डुसिया की कलम से - आज हम बात करेंगे राजस्थान प्रांत के सीकर जिलें के दांतारामगढ़ तहसील से 10 किलोमीटर दूर सुरेरा गांव के बारें में , वेसे तो सुरेरा गांव में ज्यादातर समुदाय निवास करते है लेकिन आज हम बात करेंगे , सुरेरा के जाट समुदाय के बारें में , सुरेरा में जाट समुदाय का अच्छा ख़ासा वर्चस्व है और अच्छे खासे जाट समुदाय के लोग सरकारी जॉब में भी है अच्छे अच्छे पदों पर भी है , सुरेरा में जाट समुदाय की बात करें तो मिलनुसार है और अठारह गौत्र के जाट समुदाय के लोग निवास करते है , वेसे मेने एनालिसिस किया है उसके हिसाब से 18 गौत्र के जाट समुदाय सुरेरा ग्राम पंचायत में निवास करते है , जो की निम्नलिखित है जाट समुदाय सुरेरा में गौत्र लिस्ट 1.कुड़ी 2.राड़ 3.लौरा 4.गुल्या 5.बोचलिया  6.भुखर 7.रुलानिया 8.कटारिया 9.जाखड़ 10. धायल 11.कारगवाल 12.नेहरा 13.फील्डोलिया 14.डूडी 15.बाजिया 16.भाखर 17.बुलडक (बुरडक) 18.भंवरीया ये 18 गौत्र है ,गोत्र से व्यक्ति की पहचान की जाती है की वह किस वर्ग का है गोत्र प्रथा बहुत प्राचीन समय से चलती आ रही है जब भी किसी की शादी की जाती है तो उस समय चार गोत्रों में शादी नहीं की जाती जो निम्न है माँ की गोत्र, पिता की गोत्र (स्वयं), नानी की गोत्र, दादी की गोत्र,आदि गौत्र शादी के समय टाला जाता है , सुरेरा में वर्तमान समय में देश आजाद होने के बाद पहली बार सरपंच जाट समुदाय से बना है वर्तमान में सरपंच भगवती देवी बुल्डक है जो की अच्छी सरपंच है  एवंम सरपंच प्रतिनिधि श्रवण कुमार , सांवर मल बुल्डक है  , सुरेरा में जाट समुदाय द्वारा निर्मित भव्य वीर तेजा जी का मंदिर है , एवं आपसी भाईचारे की भांति रहतें है , दोस्तों बहुत जल्द जाट समुदाय का इतिहास मेरे द्वारा लिखा हुआ आ रहा है , पुस्तक का नाम जाटलिज्म हिस्ट्री सुरेरा , इस बुक को आप ऑनलाइन भी खरीद सकते है

Saturday, 30 April 2022

माफ़ी मांगने से वापिस घर केसे बसा 😌😭😔

नमस्कार दोस्तों में हूँ आपका दोस्त नवरत्न मन्डुसिया दोस्तों आज में आपको एक मोटिवेशनल कहानी सुनाने जा रहा हूँ  , दोस्तों इस कहानी को पढ़कर आपकी आंखों में आंसू ना आये तो मुझे इस कहानी को लिखने का कोई औचित्य नहीं है , और में सोचूंगा की मेने ये कहानी अच्छी नहीं लिखी है , सोनिया और राजीव को आज तलाक के कागज मिल गए थे। दोनो साथ ही कोर्ट से बाहर निकले। दोनो के परिजन साथ थे और उनके चेहरे पर विजय और सुकून के निशान साफ झलक रहे थे। चार साल की लंबी लड़ाई के बाद आज कोर्ट फैसला हो गया था। दस साल हो गए थे शादी को मग़र साथ मे छः साल ही रह पाए थे। चार साल तो तलाक की कार्यवाही में लग गए।सोनिया के हाथ मे दहेज के समान की लिस्ट थी जो अभी राजीव के घर से लेना था और राजीव के हाथ मे गहनों की लिस्ट थी जो सोनिया के घर से लेने थे। साथ मे कोर्ट का यह आदेश भी था कि राजीव दस लाख रुपये की राशि एकमुश्त सोनिया को चुकाएगा। लेकिन राजीव एक पढ़ा लिखा बेरोजगार युवा था लेकिन कोर्ट के फ़ेसले की विपरीत कोई जा भी नहीं सकता , इसलिये जो पेसे राजीव ने अपनी पत्नी सोनिया के लिये फ्यूचर प्लान के लिये इकठ्ठें कर रखे थे  वे पेसे सोनिया को देने थे, सोनिया और राजीव  दोनो एक ही टेम्पो में बैठकर राजीव के घर पहुंचे। दहेज में दिए समान की निशानदेही सोनिया को करनी थी। इसलिए चार वर्ष बाद ससुराल जा रही थी। आखरी बार बस उसके बाद कभी नही आना था उधर ! सभी परिजन अपने अपने घर जा चुके थे। बस तीन प्राणी बचे थे।राजीव , सोनिया और सोनिया की माता जी। राजीव घर मे अकेला ही रहता था।  राजीव के माता पिता की तलाक के  चक्कर में गम में दोनों की मौत हो चुकी थी , अब राजीव अकेला ही रहता है , सोनिया और राजीव का इकलौता बेटा जो अभी 8 वर्ष का है कोर्ट के फैसले के अनुसार बालिग होने तक वह सोनिया  के पास ही रहेगा। राजीव महीने में एक बार उससे मिल सकता है।घर मे परिवेश करते ही पुरानी यादें ताज़ी हो गई। कितनी मेहनत से सजाया था इसको सोनिया ने। एक एक चीज में उसकी जान बसी थी। सब कुछ उसकी आँखों के सामने बना था। एक एक ईंट से धीरे धीरे बनते घरोंदे को पूरा होते देखा था उसने। सपनो का घर था उसका। कितनी शिद्दत से राजीव ने उसके सपने को पूरा किया था। राजीव थकाहारा सा सोफे पर पसर गया। बोला "ले लो जो कुछ भी चाहिए मैं तुझे नही रोकूंगा" सोनिया ने अब गौर से राजीव  को देखा। चार साल में कितना बदल गया है। बालों में सफेदी झांकने लगी है। शरीर पहले से आधा रह गया है। चार साल में चेहरे की रौनक गायब हो गई।वह स्टोर रूम की तरफ बढ़ी जहाँ उसके दहेज का अधिकतर  समान पड़ा था। सामान ओल्ड फैशन का था इसलिए कबाड़ की तरह स्टोर रूम में डाल दिया था। मिला भी कितना था उसको दहेज। प्रेम विवाह था दोनो का। घर वाले तो मजबूरी में साथ हुए थे। प्रेम विवाह था तभी तो नजर लग गई किसी की। क्योंकि प्रेमी जोड़ी को हर कोई टूटता हुआ देखना चाहता है। बस एक बार राजीव गुस्से में बहक गया था। हाथ उठा बैठा था उसपर। बस गुस्से में सोनिया मायके चली गई थी। फिर चला था लगाने सिखाने का दौर । इधर राजीव के अड़ोसी पड़ोसी , और उधर सोनिया की माँ और पीहर वाले , नोबत - कोर्ट तक जा पहुंची और तलाक हो गया। न सोनिया लोटी और न राजीव  लाने गया। सोनिया की माँ बोली" कहाँ है तेरा सामान? इधर तो नही दिखता। बेच दिया होगा इस शराबी ने ""चुप रहो माँ" सोनिया को न जाने क्यों राजीव को उसके मुँह पर शराबी कहना अच्छा नही लगा। फिर स्टोर रूम में पड़े सामान को एक एक कर लिस्ट में मिलाया गया। बाकी कमरों से भी लिस्ट का सामान उठा लिया गया। सोनिया ने सिर्फ अपना सामान लिया राजीव के समान को छुवा भी नही। फिर सोनिया ने राजीव  को गहनों से भरा बैग पकड़ा दिया। राजीव ने बैग वापस सोनिया को दे दिया " रखलो, मुझे नही चाहिए काम आएगें तेरे मुसीबत में ।" गहनों की किम्मत 15 लाख से कम नही थी। "क्यूँ, कोर्ट में तो तुम्हरा वकील कितनी दफा गहने-गहने चिल्ला रहा था" "कोर्ट की बात कोर्ट में खत्म हो गई, सोनिया । वहाँ तो मुझे भी दुनिया का सबसे बुरा जानवर और शराबी साबित किया गया है।"सुनकर सोनिया की माँ ने नाक चढ़ाई।"नही चाहिए। वो दस लाख भी नही चाहिए""क्यूँ?" कहकर राजीव सोफे से खड़ा हो गया।" बस यूँ ही" सोनिया  ने मुँह फेर लिया।"इतनी बड़ी जिंदगी पड़ी है कैसे काटोगी? ले जाओ,,, काम आएगें।"दोनों एक दूसरे से आंख से आंख नहीं मिला रहे थे किसी समय दोनों एक दूसरे को देखें बिना पानी तक नहीं पीते थे लेकिन आज पता नहीं किसकी नजर लग गयी , इतना कह कर राजीव ने भी मुंह फेर लिया और दूसरे कमरे में चला गया। शायद आंखों में कुछ उमड़ा होगा जिसे छुपाना भी जरूरी था। सोनिया की माँ  गाड़ी वाले को फोन करने में व्यस्त थी। सोनिया को मौका मिल गया। वो राजीव के पीछे उस कमरे में चली गई ।वो रो रहा था। अजीब सा मुँह बना कर।  जैसे भीतर के सैलाब को दबाने दबाने की जद्दोजहद कर रहा हो। सोनिया ने उसे कभी रोते हुए नही देखा था। आज पहली बार देखा न जाने क्यों दिल को कुछ सुकून सा मिला। मग़र ज्यादा भावुक नही हुई। सीधे  अंदाज में बोली "इतनी फिक्र थी तो क्यों दिया तलाक?""मैंने नही तलाक तुमने दिया" "दस्तखत तो तुमने भी किए""माफी नही माँग सकते थे?""मौका कब दिया तुम्हारे घर वालों ने। जब भी फोन किया काट दिया।" चार साल में पहली बार दोनों आपस में बात कर रहे थे ,"घर भी आ सकते थे""हिम्मत नही थी?"सोनिया की माँ आ गई। वो उसका हाथ पकड़ कर बाहर ले गई। "अब क्यों मुँह लग रही है इसके? अब तो रिश्ता भी खत्म हो गया"मां-बेटी बाहर बरामदे में सोफे पर बैठकर गाड़ी का इंतजार करने लगी। अब धीरे धीरे सोनिया भी भीतर से सब कुछ टूट रहा था। दिल बैठा जा रहा था। वो सुन्न सी पड़ती जा रही थी। जिस सोफे पर बैठी थी उसे गौर से देखने लगी। कैसे कैसे बचत करके उसने और  राजीव ने वो सोफा खरीदा था। वो भी  पूरे शहर में घूमी तब यह पसन्द आया था।" फिर उसकी नजर सामने तुलसी के सूखे पौधे पर गई। कितनी शिद्दत से देखभाल किया करती थी। उसके साथ तुलसी भी घर छोड़ गई। घबराहट और बढ़ी तो वह फिर से उठ कर भीतर चली गई। माँ ने पीछे से पुकारा मग़र उसने अनसुना कर दिया। राजीव बेड पर उल्टे मुंह पड़ा था। एक बार तो उसे दया आई उस पर। मग़र  वह जानती थी कि अब तो सब कुछ खत्म हो चुका है इसलिए उसे भावुक नही होना है। उसने सरसरी नजर से कमरे को देखा। अस्त व्यस्त हो गया है पूरा कमरा। कहीं कंही तो मकड़ी के जाले झूल रहे हैं। कितनी नफरत थी उसे मकड़ी के जालों से फिर उसकी नजर चारों और लगी उन फोटो पर गई जिनमे वो राजीव से लिपट कर मुस्करा रही थी। कितने सुनहरे दिन थे वो। इतने में माँ फिर आ गई। हाथ पकड़ कर फिर उसे बाहर ले गई।बहर गाड़ी आ गई थी। सामान गाड़ी में डाला जा रहा था। सोनिया सुन सी बैठी थी। राजीव  गाड़ी की आवाज सुनकर बाहर आ गया। अचानक राजीव कान पकड़ कर घुटनो के बल बैठ गया। बोला--" मत जाओ,,, माफ कर दो" शायद यही वो शब्द थे जिन्हें सुनने के लिए चार साल से तड़प रही थी। सब्र के सारे बांध एक साथ टूट गए। सोनिया ने कोर्ट के फैसले का कागज निकाला और फाड़ दिया । 

और मां कुछ कहती उससे पहले ही लिपट गई राजीव से। साथ मे दोनो बुरी तरह रोते जा रहे थे।

दूर खड़ी सोनिया की माँ समझ गई कि 

कोर्ट का आदेश दिलों के सामने कागज से ज्यादा कुछ नही।

काश उनको पहले मिलने दिया होता, अगर माफी मांगने से ही रिश्ते टूटने से बच जाए, तो माफ़ी मांग लेनी चाहिए , दोस्तों आपको यह कहानी केसी लगी आप मुझे वाट्सएप 9929394143 और ई-मेल navratnamandusiya@gmail.com पर आप अपनी राय दे सकते है :- नवरत्न मन्डुसिया की कलम से


 

Sunday, 20 March 2022

बेरोजगारी भत्ता

 https://youtu.be/OyX5Pf-aGZ0

किसी भाई का बेरोजगारी भत्ता stop हो गया है तो आप हमारे से सम्पर्क कर सकते हैं, आपकी समस्या का सामाधान करेंगे


https://youtu.be/OyX5Pf-aGZ0

Sunday, 16 May 2021

राष्ट्रीय मानवाधिकार एंड एंटी करप्शन मिशन राजस्थान के तत्वावधान में जूम मीटिंग का आयोजन

नवरत्न मंडुसिया !! राष्ट्रीय मानवाधिकार एंड एंटी करप्शन मिशन राजस्थान के तत्वावधान में जूम मीटिंग का आयोजन किया गया जिसमे राष्ट्रीय मानवाधिकार एंड एंटी करप्शन मिशन राजस्थान के प्रदेशाध्यक्ष श्रीमान सीपी आर्य जी,प्रदेश संघटन महासचिव श्रीमान राजेन्द पंवार जी, उपभोक्ता कांग्रेस युवा प्रकोष्ठ करौली के जिलाध्यक्ष रवि तिवारा जी एवं राजस्थान के समस्त सम्मानित पदाधिकारीगण उपस्थित रहे। राष्ट्रीय मानवाधिकार एंड एंटी करप्शन मिशन रक्तवीर प्रकोष्ठ करौली के जिलाध्यक्ष अजीम खान चिनायटा ने जानकारी देते हुए बताया कि फिजियोथैरेपिस्ट के डॉ संजय कुमावत जी व डॉ राकेश करसोलिया जी ने चिकित्सा सहायता हेतु कोविड-19 के बढ़ते हुए संक्रमण को देखते हुए ऑनलाइन जूम मीटिंग के माध्यम से फिजियोथैरेपिस्ट डॉ संजय कुमावत जी व डॉ राकेश करसोलिया जी ने परामर्श दिया। जिसमें सभी पदाधिकारियों ने डॉ साहबों से परामर्श लिया और डॉ साहबों ने सभी पदाधिकारियों को संतोषजनक परामर्श दिया। इसके लिए समस्त कार्यकारिणी के सदस्यों ने डॉ साहबों का बहुत बहुत आभार जताया। फिजियोथैरेपिस्ट के बारे में और कोविड़ के बारे में विस्तार से डाॅ साहबों ने विस्तृत चर्चा की एवं परामर्श दिया। इस अवसर पर दांतारामगढ़ ब्लॉक अध्यक्ष ईश्वर चंद मंडुसिया ने कोरोना महामारी को लेकर डॉक्टर संजय कुमावत से प्रश्न पूछा की यदि वर्तमान काल मे किसी का प्लास्टिक सर्जरी हुई है तो सांस लेने के बारे मे पूछा तो  बताया की गुब्बारा को मुह से फुलाने से  फेफड़ो को ताकत मिलती है और कोई होम आइसोलेशन पर है तो वह पेशेंट उल्टा लेटाकर उसकी पीठ को थप थपाना चाहिए, और सही होने पर पास क हॉस्पिटल मे ले  जाकर परामर्श लेना चाहिए, डॉक्टर संजय कुमावत  ने कहा की यदि इस वैश्विक महामारी मे ब्लॉक अध्यक्ष दांता रामगढ़ की कार्यकारिणी राष्ट्रीय मानवाधिकार एंड एंटी करप्शन के साथ हू और इस अवसर दांता रामगढ़ ब्लॉक अध्यक्ष ईश्वर चंद मंडुसिया को कहा की आप किसी भी समय हमारे हॉस्पिटल मे सम्पर्क कर सकते है सीकर के वीके जैन हॉस्पिटल और सीकर के मित्तल हॉस्पिटल और जयपुर के एस एम एस हॉस्पिटल मे संपर्क करें एवं कोरोना महामारी को रोकने के लिए ज्यादातर मास्क और सेनेटाइजर का उपयोग करें और वैक्सीन लगवाए जिसमे शरीर की इम्यूनिटी पावर बढ़ता है और शरीर स्वस्थ रहता है वैक्सीन का कोई गलत इफ्क्ट नही पड़ता है इसलिए वैक्सीन हर व्यक्ति को डॉक्टर की परामर्श के अनुसार लगवाना चाहिए एवं डॉक्टर राजेश करसोलिया को दांता रामगढ़ ब्लॉक अध्यक्ष ने जूम ऑनलाइन मीटिंग मे प्रश्न पूछा की कोरोना काल मे जो लोग गर्म पानी पीता है तो साइड इफक्ट होता है क्या तो डॉक्टर राजेश करसोइया ने बताया की गर्म पानी से कोई गलत इफ्क्ट नही होता है और स्वस्थ आदमी को काढ़ा ज्यादा नही पीना चाहिए

सुरेरा में ईद का त्यौहार मनाया गया

सुरेरा में ईद त्यौहार पर युवाओं में उत्साह सुरेरा: ||नवरत्न मंडूसीया की कलम से|| राजस्थान शांति और सौहार्द और प्यार और प्रेम और सामाजिक समरस...