Friday 27 March 2020

जानिये कोरोना वायरस की स्टेज प्रणाली--- मंडुसिया

ब्लॉग !! इंटरनेट पर बहुत सारी जानकारियां खोजने के बाद पता चला कि यह कोरोना वायरस बहुत बड़ी बीमारी ही नही बल्कि विनाशक भी है इसलिए हमें इस भयंकर महामारी से बचना है तो हमे स्वयं को सावधानी बरतनी होगी जानिए नवरत्न मंडुसिया के सामाजिक ब्लॉग से से कोरोना वायरस की स्टेज प्रणाली के बारे में कई कैसे एक स्टेज से दूसरे स्टेज ओर दूसरे से तीसरे स्टेज में प्रवेश करती है ! पूरा देश कोरोना के खौफ के साये में है. कोरोना वायरस दूसरे स्टेज तक पहुंच गया है और तीसरा स्टेज ही पूरे देश को इसकी चपेट में ले सकता है. तीसरा स्टेज वो होता है जब वायरस कम्यूनिटी में फैल जाता है. इन स्टेज को समझना इसलिए जरूरी है क्योंकि इसे जानकर ही हम कोरोना के खिलाफ जंग के लिए खुद को तैयार कर सकते हैं. कोरोना हमारे देश की बीमारी नहीं. ये वायरस विदेश से ही हमारे देश में आया है. कोरोना वायरस के फैलाव का पहला स्टेज वो होता है, जब ये वायरस सिर्फ विदेश से आए मरीज में होता है. लेकिन मरीज के संपर्क में आने वाले उसके परिवार और रिश्तेदारों में भी जब ये वायरस फैल जाता है तो इसे दूसरा स्टेज माना जाता है. यहां तक तो मुसीबत काबू में मानी जाती है, लेकिन जब वायरस तीसरे स्टेज में पहुंच जाता है तो ये समाज के दूसरे लोगों में भी फैल जाता है. यानी मरीज से मरीज के रिश्तेदारों में और फिर उन रिश्तेदारों से उन अनजान लोगों में जो कभी संक्रमित शख्स के आसपास गुजरे हों. तीसरे स्टेज में हालात बेकाबू होने लगते हैं और यही इटली जैसे देश में भी हुआ. जहां दूसरे स्टेज में कोरोना के मरीज करीब 300 की संख्या में थे, लेकिन तीसरा स्टेज आते ही मरीजों की संख्या हजारों में हो गई.

Sunday 23 February 2020

Whatapp ग्रुप के नियम


दोस्तों में नवरत्न मंडुसिया पिछले कई दिनों से मेरे whatapps ग्रुप में देख रहा हु कोई ना कोई किसी ना किसी बात पर उलझते रहते है इसलिए मैंने सोचा क्यों न में मेरे सामाजिक समरसता वाले ब्लॉग पर ग्रुप से रिलेटेड पोस्ट है वे शेयर कर दु सभी दोस्तों से निवेदन है आप मेरे द्वारा लिखी गई बातें ध्यान पूवर्क पढ़े और इस मैसेज को आगे से आगे बढ़ाते रहे ताकि ओरबकोइ भी परेशान ना हो इस ग्रुप को और अधिक बेहतरीन बनाने के लिए अपना सुझाव जरुर दे। इस ग्रुप में कोई भी मेम्बर क्वेश्चन पोस्ट कर सकता है, अगर आप के पास कोई भी क्वेश्चन हो तो जरुर पोस्ट करे। अगर आपको किसी प्रश्न का उतर तुरंत पता करना हो तो मेरे Messege Box में क्वेश्चन कॉपी करके डाले। मै उसका आंसर तुरंत दूंगा। अगर आपके पास किसी एग्जाम का क्वेश्चन पेपर है तो कृपया मुझे सेंड करे मै उसे इस ग्रुप में सेंड करूँगा। अगर आप फेसबुक पे ऑनलाइन QUIZ करना चाहते है तो मुझे Messege सेंड करे। सिर्फ सीरियस छात्र ही Msg करे। यह ग्रुप आपका का अपना ग्रुप है इसलिए इसे साफ सुथरा बनाये रखने में अपना सहयोग दे। इस ग्रुप में आप अपने दोस्तों को ऐड ADD करना न भुले।ग्रुप में अश्लील जोक्स, फोटो तथा वीडियो डालना 100% मना है। कोई भी व्यक्ति किसी की कॉपीराईट सामग्री भूलकर भी न डालें। ईनाम, फ्री रिचार्ज, फ्री पैसा कमाने जैसी साईटों के Referal Links भूलकर भी पोस्ट न करें। किसी देवी-देवता या माता-पिता की कसम दिलाकर 7, 11 या 21 लोगों को Forward करने वाले मैसेज सख्त प्रतिबंधित हैं। धर्म-सम्प्रदाय के नाम पर नफरत फैलाने वाले मैसेजों पर 100% रोक है। ग्रुप के सदस्य आपस में कभी भी झगङा या गाली-गलौच ना करेँ। सबसे खास बात, आप इस ग्रुप से अपनी मर्जी से जा तो सकते हैं, मगर आ नहीं सकते। उक्त नियमों में संशोधन करने तथा अन्य सभी अधिकार Admin के पास सुरक्षित रहेंगे।


धन्यवाद!!!!

Friday 3 January 2020

सरपंच ये प्राथमिकता दे तो गाँव का विकास कोई नही रोक सकता

कलम:- नवरत्न मंडुसिया सुरेरा // चुनाव की सरगर्मी गांवों में देखी जा रही है। जिससे गांवों में सुबह-शाम गांव के हर व्यक्ति की जुबान पर चुनाव की चर्चा हो रही है। चुनाव लड़ने के इच्छुक उम्मीदवार भी अपनी तैयारियों में जुट गए है। वोटरों को लुभावने के लिए अपने सगे संबंधियों व आस-पड़ोस के लोगों से संपर्क कर रहे। वहीं वोटर भी आपने गांव के विकास को ध्यान में रखते हुए अपने गांव का प्रतिनिधित्व को चुनने पर चर्चा करते हुए नजर आ रहे है। लोगों का कहना है कि बहुत से ऐसे युवा है जो अपने मत का पहली बार प्रयोग करेंगे। अपने गांव की स्थिति को बेहतर बनाने के लिए ईमानदार व मेहनती उम्मीदवार की तलाश कर रहे है। वहीं युवाओं में भी काफी जोश दिखाई दे रहा है। अपने मत का पहली बार प्रयोग करने पर काफी खुश दिखाई दे रहे है। युवाओं की जुबान पर भी बस एक ही चर्चाएं हो रही है कि गांव का विकास कौन सा उम्मीदवार कर सकता है।
जागरूक मतदाता व युवाओं की मांग एवं शर्ते निम्न प्रकार हैं ।
(1). मुख्य स्थानों पर सी .सी. टी .वी. कैमरे होने चाहिए।
(2).गंदे पानी की निकासी की समुचित व्यवस्था होनी चाहिए।
(3). मुख्य रास्तो पर लाइट की समुचित व्यवस्था होनी चाहिए ।
(4). ग्राम पंचायत में ग्राम पंचायत ई मित्र की नि:शुल्क व्यवस्था होनी चाहिये
(5).अपने लोगो का नही बल्कि योग्य परिवारो को पेंशन, प्रधानमंत्री आवास योजना , एवम सभी योजनाओं का लाभ लोगो तक पहुँचाना ।
(6). सभी नोजवान युवाओं के लिए खेल मैदान,दौड़ के लिए ट्रैक बनवाने के साथ साथ बास्केटबॉल,क्रिकेट ,फुटबाँल सभी खेलो के लिये समुचित व्य्वस्था होनी चाहिए
(7).धार्मिक मेले के लिए कमेटी बनाकर समुचित व्यवस्था करना।
(8). गरीब हो या अमीर हो सभी को सरकार की हर योजनाओं का फायदा करवाए।
(9). ग्राम पंचायत के बजट को आम जनता के बीच रखकर आम जनता के हित में कार्य करवाएगा।
(10). ग्राम पंचायत में वार्षिक बैठक के दौरान ग्राम में वर्ष भर में कितना विकास कार्य हुआ कितना खर्च हुआ कितना बचत है संपूर्ण विवरण आम जनता को बताये|
(11).ग्राम पंचायत के बजट का एक भी पैसा कमीशन / रिश्वत के रूप में नहीं जाने दे।
(12). ग्राम पंचायत के युवाओं को रोजगार दिलवाने की मजबूत पैरवी करे।
(13). ग्राम पंचायत के मजदूर वर्ग के लोगों को सरकार द्वारा मिलने वाला सहयोग प्रदान करवाने की मजबूत पैरवी करना एवं सहायता दिलवाने की योजना तैयार करना।
(14). शिक्षा के क्षेत्र में गुणवत्ता प्रदान करवाना एवं शिक्षा के स्तर को बढ़ाना।
(15). ग्राम पंचायत मैं चिकित्सा सेवा कुशल व्यवस्था करना योग्य चिकित्सकों द्वारा चिकित्सा की सेवाएं प्रदान करवाएगा
(16). ग्राम पंचायत को गरीबी मुक्त बनाना इसके लिए स्थानीय स्तर पर रोजगार।
(17). ग्राम पंचायत के सभी परिवारों को विद्युत कनेक्शन से जोड़कर अंधेरा मुक्त ग्राम पंचायत बनाना।
(18). ग्राम पंचायत के सभी मुख्य मार्गों का डामरीकरण करवाना।
(19).स्वच्छ भारत अभियान के तहत शौचालय बनाना एवं गांव के सार्वजनिक स्थल पर टायलेट एवं शौचालय बनाना।
(20). ग्राम पंचायत पर जनसुनवाई केंद्र स्थापित करना और आम समस्या का समाधान करना।
(21). पीने के शुद्ध पानी की व्यवस्था करवाने के प्रयास करना।
(22). सरकारी योजनाओं का बीपीएल और पैशन धारियों को सीधा फायदा दिलवाना।
(23).ग्राम पंचायत में हर दुकान के आगे कचरा पात्र लगाना
(24).सरपंच का लक्ष्य जनता का पैसा जनता को मिले।
(25). हमारा सरपंच ऐसा होना चाहिए जो गांव का चहुंमुखी विकास करे। गांव में भेदभाव के बजाए मेल-मिलाप पर ध्यान दें।
(26). गांव का सरपंच शिक्षित होना चाहिए जो गांव की कमियों को दूर कर सकें। शिक्षित उम्मीदवार ही गांव को बेहतर बना सकता है ।
(27). हमारा सरपंच ऐसा होना चाहिए जो सरकार द्वारा गांव के विकास के लिए भेजी गई राशि का सदुपयोग कर सकें। जिससे गांव भी शहर की तर्ज पर दिखाई दे सके।
(28). सरपंच ऐसा हो जो गांव के लोगों की समस्या को प्राथमिकता से लेकर उन्हें हल करवाएं।जिससे गांव का हर व्यक्ति अपने सरपंच से सहानुभूति रख सकें।
(29). ग्राम पंचायत का प्रतिनिधि ऐसा हो जो हर महकमें के दफ्तर में जाकर बिन हिचकाहट अपनी बात रखें और कार्य करवाने में सफल हो।
(30). गांव का सरपंच ऐसा हो जो सरकारी स्कूलों को सुचारू रूप से प्रबंधन करवाने में सक्षम हो जिससे कि गांव की स्कूल में ही बच्चों के भविष्य का निर्माण किया जा सके और हर एक व्यक्ति का पैसा भी बचे सके।
(31). क्षेत्र में साहित्यिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करना।

Monday 9 September 2019

मेघ यूथ क्लब बरजन के निःशुल्क लाइब्रेरी व टयूशन क्लासेज की इस सराहनीय पहल को देश के विकास में बड़ा कदम

बरजन के युवाओं ने शिक्षा व समाज सामाजिक क्षेत्र में कार्य करने हेतु मेघ यूथ क्लब बरजन नामक संस्था का गठन किया
नवरत्न मण्डुसिया
दिनांक 08.09.2019 को इसी संस्था के तत्वावधान में गाँव बरजन में *निःशुल्क लाईब्रेरी व ट्यूशन कल क्लासेज* का उद्धघाटन समारोह आयोजित किया गया जिसमें जिसमें मुख्य अतिथि 1.  B.R. verma जी  -BDO फागी 2.राकेश जी  वर्मा- सीकर अनु.जाति, जन.जाति  कर्मचारी संघ अध्यक्ष 3.हितेश जी गुडेशर RAS 4 . रतन लाल जी AAO 5.डॉ दिनेश जी तालापा 6.विनोद जी तालापा(सॉफ्ट.इंजी.IITमुंबई) 7.डॉ रतन लाल जी 8.गोपाल जी चौहान 9.ओमप्रकाश जी (जेईएन) 10.हीरा लाल जी ( वरिष्ठ अध्यापक) 11.नेमी चन्द जी (प्रो.) 12.नाथू लाल जी (अध्यापक) 13.भंवरी जी(सामाजिक वक्ता) 14.सुरेश जी(नर्सिंग अधिकारी) 15.पूरण मेघवाल(जिला परिषद सदस्य) 16.भंवर जी(राज.पुलिस) 17.परसाराम जी(पंचायत सहायक) 18.राम लाल जी(अध्यापक) 19.मदन लाल जी गाँधी(अध्यापक) 20.उदय लाल जी नर्सिंग अधिकारी
21.ईश्वर चंद मण्डुसिया (जिलाध्यक्ष सीकर भारतीय मेघवाल युवासंघ राजस्थान) व ग्राम पंचायत बरजन के गणमान्य लोग व बच्चे उपस्थित रहे।
उपरोक्त अतिथियों ने मेघ यूथ क्लब बरजन के निःशुल्क लाइब्रेरी व टयूशन क्लासेज की इस सराहनीय पहल को देश के विकास में बड़ा कदम बताया। उन्होंने शिक्षा पर ज़ोर देते हुए बताया कि शिक्षा ही वह माध्यम है जिससे व्यक्ति जीवन सफल बना सकता है

Thursday 13 June 2019

Act 66(A) ACT 153IPC ACT 295IPC

  नवरत्न मंडुसिया || 2008 में इस एक्ट में संशोधन करके धारा 66(A) को जोड़ा गया जो फरवरी 2009 में लागू हो गया.
यह धारा इलेक्टॉनिक डिवाइसेज पर आपत्तिजनक कंटेट पोस्ट करने के संबंध में है. इसके तहत दोषियों को तीन साल की जेल या 5 लाख रुपये का जुर्माना या फिर दोनों का प्रावधान है.
धारा 66A में लिखा है....
"कोई शख्स जो कंम्प्यूटर या फिर कम्युनिकेशन डिवाइस के जरिए भेजता है''
1) कोई भी ऐसी सूचना जो आपत्तिजनक हो या फिर जिसका मकसद चरित्रहनन का हो.
2) कोई भी सूचना जो झूठी है, पर इलेक्टॉनिक डिवाइसेज के जरिए उस सूचना का इस्तेमाल किसी शख्स को परेशान करने, असुविधा पहुंचाने, खतरा पैदा करने, अपमान करने व चोट पहुंचाने के लिए किया जाए.
3) कोई भी इलेक्ट्रॉनिक मेल या इलेक्ट्रॉनिक मैसेज, जिसके जरिए किसी को व्यर्थ परेशान करने या उसके लिए समस्याएं बढ़ाने के लिए किया जाए. तो ऐसा करने वाले शख्स को जेल भेजा जाएगा. दोषी को दो-तीन साल की सजा हो सकती है साथ में जुर्माना भी लगाया जा सकता है.
यदि कोई व्यक्ति ऐसा करते हुए पाया जाता है तो पुलिस उसे 66A के तहत गिरफ्तार कर उसे कोर्ट में पेश कर सकती है. इसके साथ ही उस पर संबंधित मामले में उपयुक्त अन्य धाराएं जोड़ कर भी मुकदमा चला सकती है.

धारा 153 आईपीसी (IPC Section 153 ) - उपद्रव कराने के आशय से बेहूदगी से प्रकोपित करना


विवरण

जो भी कोई अवैध बात करके किसी व्यक्ति को द्वेषभाव या बेहूदगी से प्रकोपित करने के आशय से या यह सम्भाव्य जानते हुए करेगा कि ऐसे प्रकोपन के परिणामस्वरूप उपद्रव का अपराध हो सकता है;
यदि उपद्रव होता है - यदि ऐसे प्रकोपन के परिणामस्वरूप उपद्रव का अपराध होता है, तो उसे किसी एक अवधि के लिए कारावास की सजा जिसे एक वर्ष तक बढ़ाया जा सकता है, या आर्थिक दण्ड या दोनों से दण्डित किया जाएगा,
और यदि उपद्रव नहीं होता है - यदि उपद्रव का अपराध नहीं होता है, तो उसे किसी एक अवधि के लिए कारावास की सजा, जिसे छह मास तक बढ़ाया जा सकता है, या आर्थिक दण्ड या दोनों से दण्डित किया जाएगा।

लागू अपराध

उपद्रव कराने के आशय से बेहूदगी से प्रकोपित करना
1. यदि उपद्रव होता है
सजा - एक वर्ष कारावास या आर्थिक दण्ड या दोनों।
यह एक जमानती, संज्ञेय अपराध है और किसी भी मेजिस्ट्रेट द्वारा विचारणीय है।


2. यदि उपद्रव नहीं होता है
सजा - छह महीने कारावास या आर्थिक दण्ड या दोनों।
यह एक जमानती, संज्ञेय अपराध है और प्रथम श्रेणी के मेजिस्ट्रेट द्वारा विचारणीय है।
यह समझौता करने योग्य नहीं है।



धारा 153क आईपीसी (IPC Section 153क ) - धर्म, मूलवंश, भाषा, जन्म-स्थान, निवास-स्थान, इत्यादि के आधारों पर विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता का संप्रवर्तन और सौहार्द्र बने रहने पर प्रतिकूल प्रभाव डालने वाले कार्य करना।


विवरण

1. जो कोई--
(क) बोले गए या लिखे गए शब्दों या संकेतों या दृश्यरूपणों द्वारा या अन्यथा विभिन्न धार्मिक, मूलवंशीय या भाषायी या प्रादेशिक समूहों, जातियों या समुदायों के बीच असौहार्द्र अथवा शत्रुता, घॄणा या वैमनस्य की भावनाएं, धर्म, मूलवंश, जन्म-स्थान, निवास-स्थान, भाषा, जाति या समुदाय के आधारों पर या अन्य किसी भी आधार पर संप्रवर्तित करेगा या संप्रवर्तित करने का प्रयत्न करेगा, अथवा
(ख) कोई ऐसा कार्य करेगा, जो विभिन्न धार्मिक, मूलवंशीय, भाषायी या प्रादेशिक समूहों या जातियों या समुदायों के बीच सौहार्द्र बने रहने पर प्रतिकूल प्रभाव डालने वाला है और जो लोक-शान्ति में विघ्न डालता है या जिससे उसमें विघ्न पड़ना सम्भाव्य हो, अथवा
(ग) कोई ऐसा अभ्यास, आन्दोलन, कवायद या अन्य वैसा ही क्रियाकलाप इस आशय से संचालित करेगा कि ऐसे क्रियाकलाप में भाग लेने वाले व्यक्ति किसी धार्मिक, मूलवंशीय, भाषायी या प्रादेशिक समूह या जाति या समुदाय के विरुद्ध आपराधिक बल या हिंसा का प्रयोग करेंगे या प्रयोग करने के लिए प्रशिक्षित किए जाएंगे या यह सम्भाव्य जानते हुए संचालित करेगा कि ऐसे क्रियाकलाप में भाग लेने वाले व्यक्ति किसी धार्मिक, मूलवंशीय, भाषायी या प्रादेशिक समूह या जाति या समुदाय के विरुद्ध आपराधिक बल या हिंसा का प्रयोग करेंगे या प्रयोग करने के लिए प्रशिक्षित किए जाएंगे अथवा ऐसे क्रियाकलाप में इस आशय से भाग लेगा कि किसी धार्मिक, मूलवंशीय, भाषायी या प्रादेशिक समूह या जाति या समुदाय के विरुद्ध आपराधिक बल या हिंसा का प्रयोग करे या प्रयोग करने के लिए प्रशिक्षित किया जाए या यह सम्भाव्य जानते हुए भाग लेगा कि ऐसे क्रियाकलाप में भाग लेने वाले व्यक्ति किसी धार्मिक, मूलवंशीय, भाषायी या प्रादेशिक समूह या जाति या समुदाय के विरुद्ध आपराधिक बल या हिंसा का प्रयोग करेंगे या प्रयोग करने के लिए प्रशिक्षित किए जाएंगे और ऐसे क्रियाकलाप से ऐसी धार्मिक, मूलवंशीय, भाषायी या प्रादेशिक समूह या जाति या समुदाय के सदस्यों के बीच, चाहे किसी भी कारण से, भय या संत्रास या असुरक्षा की भावना उत्पन्न होती है या उत्पन्न होनी सम्भाव्य है, तो उसे किसी एक अवधि के लिए कारावास जिसे तीन वर्ष तक बढ़ाया जा सकता है, या आर्थिक दण्ड, या दोनों से दण्डित किया जाएगा।
2. पूजा के स्थान आदि में किया गया अपराध - जो कोई उपधारा (1) में विनिर्दिष्ट अपराध किसी पूजा के स्थान में या किसी जमाव में, जो धार्मिक पूजा या धार्मिक कर्म करने में लगा हुआ हो, करेगा, तो उसे किसी एक अवधि के लिए कारावास जिसे पाँच वर्ष तक बढ़ाया जा सकता है से दण्डित किया जाएगा, और साथ ही वह आर्थिक दण्ड के लिए भी उत्तरदायी होगा।

लागू अपराध

1. विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता का संप्रवर्तन।
सजा - तीन वर्ष कारावास या आर्थिक दण्ड या दोनों।
यह एक गैर-जमानती, संज्ञेय अपराध है और प्रथम श्रेणी के मजिस्ट्रेट द्वारा विचारणीय है।
2. पूजा के स्थान आदि पर विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता का संप्रवर्तन।
सजा - पाँच वर्ष कारावास + आर्थिक दण्ड।
यह एक गैर-जमानती, संज्ञेय अपराध है और प्रथम श्रेणी के मजिस्ट्रेट द्वारा विचारणीय है।
यह अपराध समझौता करने योग्य नहीं है।

आईपीसी की धारा 153 (ए) उन लोगों पर लगाई जाती है, जो धर्म, भाषा, नस्ल वगैरह के आधार पर लोगों में नफरत फैलाने की कोशिश करते हैं

आईपीसी की धारा 153 (ए) उन लोगों पर लगाई जाती है, जो धर्म, भाषा, नस्ल वगैरह के आधार पर लोगों में नफरत फैलाने की कोशिश करते हैं। धारा 153 (ए) के तहत 3 साल तक की कैद या जुर्माना या दोनों हो सकते हैं। अगर ये अपराध किसी धार्मिक स्थल पर किया जाए तो 5 साल तक की सजा और जुर्माना भी हो सकता है।

धारा 295 आईपीसी (IPC Section 295 ) - किसी वर्ग के धर्म का अपमान करने के आशय से उपासना के स्थान को क्षति करना या अपवित्र करना।


विवरण

जो कोई किसी उपासना के स्थान को या व्यक्तियों के किसी वर्ग द्वारा पवित्र मानी गई किसी वस्तु को नष्ट, नुकसानग्रस्त या अपवित्र इस आशय से करेगा कि किसी वर्ग के धर्म का तद्द्वारा अपमान किया जाए या यह सम्भाव्य जानते हुए करेगा कि व्यक्तियों का कोई वर्ग ऐसे नाश, नुकसान या अपवित्र किए जाने को अपने धर्म के प्रति अपमान समझेगा, तो उसे किसी एक अवधि के लिए कारावास जिसे दो वर्ष तक बढ़ाया जा सकता है, या आर्थिक दण्ड, या दोनों से दण्डित किया जाएगा।

लागू अपराध

किसी वर्ग के धर्म का अपमान करने के आशय से उपासना के स्थान को क्षति करना या अपवित्र करना।
सजा - दो वर्ष कारावास, या आर्थिक दण्ड, या दोनों।
यह एक गैर-जमानती, संज्ञेय अपराध है और किसी भी मेजिस्ट्रेट द्वारा विचारणीय है।


यह अपराध समझौता करने योग्य नहीं है:- नवरत्न मंडुसिया

Tuesday 11 June 2019

बाबा साहेब अम्बेडकर ओर नीला रंग

नवरत्न मंडुसिया ¡¡ बहुजन समाज का नीला रंग शांति का प्रतीक रंग है यह नीला रंग बहुत ही शक्तिशाली रंगों में शुमार है  आप दलितों के संघर्ष को देखें तो तब भी आप दलितों के साथ नीले रंग के झंडे को पाएंगे। हाल ही में जब पूरे देश में दलितों ने एससी एसटी एक्ट पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का विरोध किया था तो उस समय भी रैलियां नीले रंग के झंडों और टोपियों से पटी पड़ी थीं। जब भी दलितों का कोई मार्च या रैली निकलती है, तो उसमें भी नीला रंग लहराता दिखता है। ओर जब बहुजनों में यह रंग दिख जाता है तो उन बहुजनों में ओर ज्यादा क्रांति आ जाती है बाबा साहेब का ही देन है कि भ्रातबमे सभी समुदायों को समानता का अधिकार दिया गया शिक्षा का अधिकार दिया गया बोलने का अधिकार दिया गया बाबा साहेब ने कभी बि वक समाज के बारे में नही सोचा उन्होंने सोचा तो सभी समुदायों के बारे में सोचा आज सबको समानता का अधिकार है 
अंबेडकर की पार्टी का रंग भी नीला था

आपको बता दें कि बीआर अंबेडकर ने अपनी एक पार्टी बनाई थी, जिसका नाम था 'इंडिपेंडेंट लेबर पार्टी'। ऐसा कहा जाता है कि अपनी पार्टी के झंडे का रंग उन्होंने नीला रखा था। बता दें कि उन्होंने यह रंग महाराष्ट्र के सबसे बड़े दलित वर्ग महार के झंडे से लिया। साल 2017 में अर्थ नाम के जर्नल में 'फैब्रिक रेनेड्रेड आइडेंटिटीः ए स्टडी ऑफ पब्लिक रिप्रेजेंटेशन इन रंजीता अताकाती' में प्रकाशित शोध पत्र भी यही बात कही गई है। तब से अंबेडकर ने इस नीले रंग को दलित चेतना का प्रतीक माना था।

आकाश का रंग भी नीला
आकाश यानी आसमान को विशालात का प्रतीक माना जाता है। यह सभी जानते है आकाश का रंग भी नीला है। यह वह रंग है जो बिना भेदभाव के लोगों को अपनाता है। आसमान के तले खड़ा हर व्यक्ति, हर समुदाय एक बराबर होता है। यह एक मात्र थ्योरी है लेकिन इस वजह से भी नीला रंग बाबा सहब से जुड़ा है। आपको बता दें कि इस तथ्य का कोई पुख्ता आधार नहीं।
बाबा साहब को नीले रंग का सूट बहुत पसंद था
ऐसा कहा जाता है कि बाबा साहब अंबेडकर को नीले रंग का सूट बहुत पसंद था। वो अक्सर नीले रंग का थ्री पीस सूट पहना करते थें। चूंकि अंबेडकर नीले रंग के सूट में होते थे, लिहाजा दलित समाज ने इस रंग को अपनी अस्मिता और प्रतीक के रूप में लिया और इस रंग को अपनाया। यही कारण है कि देशभर में अंबेडकर की जितनी भी मूर्तियां मिलेंगी सब नीले रंग में रंगी हैं।

राजस्थान में प्रसूति सहायता योजना


नवरत्न मंडुसिया || हितलाभ  लड़की का जन्म होने पर 21,000 रू. तथा लड़के का जन्म होने पर 20,000 रू.
पात्रता एवं शर्ते 1. प्रसव से 6 सप्ताह पूर्व हिताधिकारी का पंजीयन आवश्यक।
2. अधिकतम दो प्रसव तक देय।
3. संस्थागत प्रसव होने अर्थात अस्पताल में प्रसूति होने की स्थिति में ही लाभ देय।
4. प्रसव के समय हिताधिकारी की आयु 20 वर्ष से कम नहीं हो।
5. पंजीयन से पूर्व 2 संतान होने की दशा में सहायता देय नहीं। पंजीयन से पूर्व एक सन्तान होने पर पंजीयन के पश्चात एक प्रसव हेतु ही सहायता देय।
आवेदन करने की समय सीमा प्रसव तिथि के 90 दिन में (अस्पताल में प्रसूति होने का प्रमाण पत्र)
आवेदन के साथ लगाये जाने वाले दस्तावेज 1. डिलीवरी डिस्चार्ज टिकट/ममता कार्ड।
2. बच्चे का जन्म प्रमाण-पत्र।
3. हिताधिकारी के पंजीयन पत्र की प्रति।
4. हिताधिकारी पंजीयन परिचय पत्र या कार्ड की प्रति
5. भामशाह परिवार कार्ड या भामाषाह नामांकन की प्रति
6. आधार कार्ड की प्रति
7. बैंक खाता पासबुक के पहले पृष्ठ की प्रति 



सुरेरा में ईद का त्यौहार मनाया गया

सुरेरा में ईद त्यौहार पर युवाओं में उत्साह सुरेरा: ||नवरत्न मंडूसीया की कलम से|| राजस्थान शांति और सौहार्द और प्यार और प्रेम और सामाजिक समरस...